दमघोंटू प्रदूषण से बचने के लिए क्‍या करें

दमघोंटू प्रदूषण से बचने के लिए क्‍या करें

सेहतराग टीम

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार ‘गंभीर’ श्रेणी में बने रहने के साथ ही चिकित्सकों ने बुधवार को लोगों को कई तरह के एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी है। इनमें मास्क पहनने और सुबह एवं शाम की सैर से परहेज शामिल हैं। चिकित्सकों का कहना है कि सुबह और शाम के वक्त हवा में प्रदूषक तत्वों की मौजूदगी सबसे ज्यादा रहती है। प्रत्येक 22 माइक्रोग्राम घन मीटर प्रदूषित हवा का अंदर जाना एक सिगरेट पीने के बराबर है। इसलिए, पीएम 2.5 का स्तर 700 है या 300 यूनिट, प्रभाव बुरा ही रहेगा। लोगों को एहतियात बरतने होंगे खासकर जो लोग दमा, ब्रोंकाइटिस या सांस संबंधी अन्य बीमारियों से पीड़ित हों। प्रदूषण सांस संबंधित तंत्र की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और इससे ब्रोंकाइटिस, एंफिसेमा और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। फेफड़ों और दिल पर अत्यधिक तनाव पड़ने से शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने की प्रक्रिया बाधित हो सकती है और फेफड़े तेजी से बूढ़े हो सकते हैं। लोगों को सुनिश्चित करना चाहिए कि घर के भीतर वायु प्रदूषण न हो और किचन में चिमनी और बाथरूम में एक्जॉस्ट लगे हों।
 

सुझाव

सुबह एवं शाम की सैर से बचें।
स्कूलों में क्‍लास रूम से बाहर की गतिविधियां तत्‍काल बंद कर देनी चाहिए।

दमा के मरीजों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों पर सबसे अघिक असर।
एन95/एन99/एफएफपी3 या ‘एनआईओएसएच से मान्यता प्राप्त’ मास्क पहनें।

कार्डियो कसरत न करें। इनसे सांस संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि इस दौरान शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है।
शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। सब्जियों एवं फलों के जूस के साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।

सांस संबंधी बीमारी होने की सूरत में एलर्जी किट भी तैयार रखें जिसमें दवाएं, इनहेलर और नेबुलाइजर हो।

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